रोहित गोदारा गैंग का सक्रिय गैगस्टर विदेश में गिरफ्तार
50,000 रूपये का ईनामी बदमाश अमरजीत विश्नोई को इटली के सिसली शहर से गिरफ्तारी में एजीटीएफ को मिली सफलता
जयपुर । मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार राज्य में संगठित अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण एवं अपराधियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही किए जाने हेतु राज्य स्तर पर 16 दिसम्बर, 2023 को एक विशेष कार्यदल एन्टी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) का गठन किया गया था।
अति. महानिदेशक पुलिस एजीटीएफ एवं क्राईम ब्रांच दिनेश एमएन ने गुरुवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि 08 जुलाई, 2024 को इटली के सिसली शहर स्थित कस्बा तरपानी में एजीटीएफ की सूचना पर रोहित गोदारा गैंग के अति सक्रिय गैंगस्टर अमरजीत सिंह विश्नोई पुत्र लीलू राम निवासी रीको औद्योगिक क्षेत्र, थाना बीछवाल, जिला बीकानेर को स्थानीय पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया।
रोहित गोदारा गैंग का यह विदेश में बैठा सबसे सक्रिय गैगस्टर है जो इस गैंग के सदस्यो द्वारा फिरौती के लिए धमकी देने में वीपीएन / बॉक्स कॉल के जरिये विदेश में बैठ कर बातचीत करवाता था। इसके विरूद्ध राजस्थान के विभिन्न थानों में कई आपराधिक प्रकरण दर्ज है। जिसमें हत्या, हत्या का प्रयास, डकैती, आर्म्स एक्ट, फिरौती के लिए धमकी इत्यादि के गंभीर प्रकरण है।
इनमें सीकर के गैंगस्टर राजू ठेहट हत्याकाण्ड, कुरूक्षेत्र हरियाणा का वीभत्स सचिन गोधा हत्या काण्ड में संदिग्ध वांछित है। इस मुल्जिम की इटली के तरपानी कस्बे में रहने की पुख्ता जानकारी प्राप्त होने पर सत्यापित करने के लिए केन्द्रीय एजेन्सी के माध्यम से इन्टरपोल को रेफरेन्स लेटर जारी किया गया। जिसकी सूचना पर वांछित अपराधी अमरजीत सिंह विश्नोई को 08 जुलाई को तरपानी (सिसली) ईटली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। जिसके सम्बध में एजीटीएफ द्वारा पत्राचार कर अपराधी को भारत में लाने की प्रत्यर्पण की कार्यवाही की जा रही है।
इस गैंग्सटर के भाई सरजीत विश्नोई और पत्नी सुधा कंवर विश्नोई भी आपराधिक गतिविधियों के कारण पूर्व में गिरफ्तार हो चुके है।
अपराध शाखा एवं एजीटीएफ के एडीजी एमएन के निर्देशन व उप महानिरीक्षक योगेश यादव के नेतृत्व में एजीटीएफ टीम द्वारा जिला पुलिस के साथ समन्वय से संगठित अपराधों में सक्रिय गैंगों को चिन्हित कर वर्तमान में अति सक्रिय लाॅरेन्स विश्नोई गैंग के सक्रिय सदस्यों के विरूद्ध पुलिस मुख्यालय की क्राईम ब्रान्च/एजीटीएफ टीम के अति. पुलिस अधीक्षक विद्या प्रकाश व सिद्धान्त शर्मा, इंस्पेक्टर रवीन्द्र प्रताप सिंह व सुनील जांगिड एवं आयुक्तालय जयपुर में इंस्पेक्टर मनीष शर्मा व पुलिस टीम द्वारा विभिन्न जिला पुलिस के साथ समन्वय के तहत इस गैंग के सक्रिय अपराधियों, शरणदाताओं, सहानुभूति रखने वाले, सोशल मीडिया के फाॅलोवर्स के घरों पर लगातार सुनियोजित रेड आयोजित कर उनके आपराधिक डोजियर्स और फिंगर प्रिन्ट लेकर रिकॉर्ड व डाटा बेस तैयार किया गया एवं गैंग्स के विरूद्ध प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही की गई।
एरिया डोमिनेशन की कार्यवाही, सोशल मीडिया पर फोलोवर्स, सहयोगियों से पूछताछ के दौरान एजीटीएफ टीम को रोहित गोदारा गैंग अपराधी अमरजीत विश्नोई के विदेश जाने की सूचना प्राप्त हुई थी। चूंकि इस गैंग द्वारा अपने टारगेट को फिरौती के लिए धमकी देने में हर बार नये वीपीएन, बॉक्स कॉल का प्रयोग किया जाता रहा है। जिससे इन अपराधियों के लोकेशन का पता नहीं लग पा रहा था किन्तु एजीटीएफ टीम द्वारा लोरेन्स गैंग के अपराधियो की विदेश में जाने की ग्राउड लेवल की आसूचना के आधार पर इन अपराधियों के फर्जी दस्तावेज के पासपोर्ट बनाने वाले गिरोह के बारे में जानकारी प्राप्त हुई थी।
इस सूचना के आधार पर जिला बीकानेर के कालू थाने पर फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले गिरोह के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कर मुख्य सरगना राहुल सरकार को उतराखण्ड से गिरफ्तार किया गया। इसी तरह एक अन्य प्रकरण थाना सरदार शहर जिला चुरू में इस गिरोह के सरगना महेन्द्र सारण और राहुल रिणाउ के विरूद्ध दर्ज किया गया था।
एजीटीएफ की ग्राउण्ड लेवल की आसूचना के आधार पर यह जानकारी मिली कि रोहित गोदारा गैंग का बदमाश अपराधी अमरजीत विश्नोई करीब एक वर्ष पूर्व भारत से दुबई, साईप्रस के जरिये ईटली चला गया था। इस पर इसकी पासपोर्ट डिटेल्स अपराध शाखा के उप महानिरीक्षक पुलिस योगेश यादव के नेतृत्व में अति. पुलिस अधीक्षक नरोत्तम लाल वर्मा, उप निरीक्षक कमल पुरी, कुलदीप सिह कानि. 258 द्वारा तैयार की गई और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर इन्टरपोल एजेंन्सी के साथ समन्वय कर इसका सम्पूर्ण आपराधिक रिकार्ड, डोजियर, न्यायालय वारन्ट के साथ तलाश व गिरफ्तारी हेतु पत्राचार किया गया। इस अपराधी का RED CORNER NOTICE जारी करवाया।
एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की अब तक की उपलब्धियां
एजीटीएफ गठन के उपरान्त इस टीम द्वारा अब तक गैंग्स के द्वारा हत्या करने की कई योजनाओं को ग्राउण्ड लेवल पर सूचना एकत्रित कर विफल कर दिया और रोहित गोदारा गैंग से जुडे अपराधियो की धरपकड़ की गई। इस गैंग के सोशल मीडिया फोलोवर्स पर निगरानी रख कर उनको पाबंद कर गिरफ्तार किया गया। इस गैंग से जुडे हुए व अन्य अपराधियों के अवैध गतिविधियो से निर्मित 29 प्रोपर्टी का ध्वस्त किया गया। साथ ही पंजाब, हरियाणा, दिल्ली पुलिस एवं केन्द्रीय एजेन्सी सी.बी.आई./ एन.आई.ए. के साथ उच्चस्तरीय मीटिंग की गई।
एन्टी गैंगस्टर टास्क फोर्स द्वारा 16 दिसम्बर,2023 से अब तक की गई कार्यवाहियों का विवरण
• ईनामी अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही में कुल 37 ईनामी अपराधी गिरफ्तार किये गये। इनमें 01 लाख का 01 ईनामी, 50 हजार के 06 इनामी, 35 हजार के 03 ईनामी, 25 हजार के 11 ईनामी, 20 हजार के 02 ईनामी, 15 हजार का 01 ईनामी, 10 हजार के 05 ईनामी एवं 05 हजार के 08 ईनामी है।
• 01 लाख का ईनामी सुमित मांजू एनडीपीएस में वांछित को गिरफ्तार किया
• 50 हजार के ईनामी कुलदीप जघिना हत्या का आरोपी सचिन जाट को गिरफ्तार किया
• 25 हजार का ईनामी आतंकवादी मेराजूद्दीन को गिरफ्तार किया
नोट- एजीटीएफ गठन के बाद हत्या, लूट, एनडीपीएस के कुल 09 लाख 25 हजार के ईनामी अपराधियों को एजीटीएफ टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया।
• अवैध मादक पदार्थ, अवैध शराब के विरूद्ध कार्यवाही में कुल 14 अपराधी गिरफ्तार कर 8,628 किलोग्राम डोडा चुरा व पोस्त, 02 किलो 50 ग्राम अफीम 534 कार्टून अवैध अग्रेजी शराब एवं 124 कार्टून अवैध देशी शराब जब्त की गई।
• अवैध हथियारों के विरूद्ध कार्यवाही में कुल 17 अपराधी गिरफ्तार कर 68 अवैध हथियार, 19 मैग्जीन व 112 कारतूस जब्त किए गए।
• राजू ठेठ गैंग को हथियार सप्लाई करने वाले अपराधी को करौली से 09 अवैध देशी पिस्टल, 16 मैगजीन व 02 कारतूस के साथ गिरफ्तार किया।
• डकैतों / बदमाशों को हथियार सप्लाई करने वाले अपराधियों को धौलपुर से 20 अवैध हथियार व 32 कारतूस के साथ गिरफ्तार किया।
पुलिस की सक्रियता के चलते फायरिंग की घटनाओं में आई कमी: एडीजी दिनेश एमएन
जयपुर । अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एजीटीएफ एवं अपराध दिनेश एमएन ने पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि पराधियों की धर पकड़ एवं इनकी गतिविधियों पर निगरानी के सकारात्मक परिणाम स्वरूप प्रदेश में फायरिंग की घटनाओं में इस साल बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।
एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि फायरिंग के प्रकरणों में वर्ष 2023 के मुकाबले इस वर्ष जून महीने तक दर्ज किए गए प्रकरणों की संख्या में 41.89 प्रतिशत, घायलों की संख्या में 59.56 एवं मृतकों की संख्या में 44.44 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
एमएन ने बताया कि प्रदेश में फायरिंग के मामले में साल 2021 में जून महीने तक 223 प्रकरण दर्ज हुए। जिसमें 129 घायल व 32 की मौत हो गई। साल 2022 में जून महीने तक 272 प्रकरण दर्ज हुए, जिसमें 151 घायल व 30 की मौत हो गई।
इसी प्रकार साल 2023 में जून महीने तक 265 प्रकरण दर्ज हुए, जिसमें 183 घायल व 27 की मौत हो गई। इसकी तुलना में साल 2024 में जून महीने तक 154 प्रकरण दर्ज हुए, जिसमे 74 घायल व 15 की मौत हुई है।
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