जय हो.....धरती पर लौटी अंतरिक्ष परी' सुनीता विलियम्स
स्वार्णिम इतिहास रच नौ माह बाद प्रभात बेला में सूर्य की चमक सा धरती को प्रकाशमान किया
‘नई दिल्ली. आठ दिनों के लिए संयुक्त क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन पर गई और तकनीकी कारणों से करीब नौ माह तक अंतरिक्ष में’ रहीं भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के बुधवार प्रभात बेला में धरती को आलिंगनबद्ध करते ही उनकी सुरक्षित वापसी के लिए कई घंटों से ‘दिल थामे’ टकटकी लगाए विश्वभर में लोगों की आंखें खुशियों से छलछला गई और इसके साथ ही, अंतरिक्ष विज्ञान में 19 मार्च स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गया।
‘अंतरिक्ष परी’ सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने नौ महीने 14 दिन बाद बुधवार को धरती पर कदम रखा। उनका ड्रैगन फ्रीडम स्पेसक्राफ्ट भारतीय समयानुसार बधुवार तड़के 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट पर लैंड हुआ। इस मौके पर एक और सुंदर नजारा देखने को मिला। ड्रैगन के स्प्लैशडाउन होते ही कई डॉल्फिन मछलियों ने उसे घेर लिया। इस दौरान डॉल्फिन का झुंड अंतरिक्ष यान की चारों ओर तैरतने लगा जैसे वे अंतरिक्ष परी के लिए स्वागत गीत गा रही हों।
दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की यात्रा दिनों से महीनों में हुई तब्दील
बोइंग और नासा के आठ दिन के जॉइंट क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन पर गए थे, लेकिन स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के थ्रस्टर्स में तकनीकी समस्या के कारण इनकी आठ दिन की यात्रा नौ माह 14 में तब्बदील हो गई।
धरती पर वापसी के लिए एक महत्वपूर्ण इतिहास रच दिया
स्पेसएक्स कैप्सूल ने अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री विलियम्स, बुच विलमोर तथा निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोबुर्नोव को फ्लोरिडा तट के पास अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से चार पैराशूट का उपयोग करके सुरक्षित रूप से वापसी की। नासा द्वारा निर्धारित समय पर जैसे ही ड्रैगन ने स्प्लैशडाउन किया अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष वैज्ञानिकों और इस चमत्कृत करने वाले दृश्य का सीधा प्रसारण देख रहे लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। भारत के कई राज्यों में विलियम्स की सुरक्षित वापसी के लिए विशेष प्रार्थनाएं की गईं और पटाखें फोड़कर खुशियों का इजहार किया गया। इसी के साथ क्रू-9 एस्ट्रोनॉट्स की धरती पर वापसी के लिए एक महत्वपूर्ण इतिहास रच दिया।
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