भगवान महावीर की आराधना से स्वयं का कल्याण संभव : आचार्य शशांक सागर
वरुण पथ में हुआ 108 दिवसीय आराधना का निष्ठापन
जयपुर - श्री दिगंबर जैन मंदिर वरुण पथ मानसरोवर में विराजमान परम पूज्य आचार्य गुरुवर शशांक सागर जी महाराज के पावन सानिध्य एवं मंगल आशीर्वाद से भगवान महावीर स्वामी की 108 दिवसीय मंगल आराधना का समापन 17 नवंबर 2024 को प्रातः 108 जोड़ो द्वारा आहुति दी गई
इस अवसर पर परम पूज्य आचार्य गुरुवर शशांक सागर जी महाराज ने मंगल आशीर्वाद देते हुए कहां की निश्चित रूप से भगवान महावीर की 108 दिवसीय इस मंगल आराधना से आपके जीवन का कल्याण होगा समाज के जिन-जिन दंपति सदस्यों ने विगत 108 दिवस में इस विधान और हवन में आहुति देने का सौभाग्य प्राप्त किया है निश्चित रूप से वह सभी पुण्य आत्माएं हैं भगवान महावीर इस काल में हमारे सर्वाधिक पूजा जाने वाले आराध्य देव हैं और इस मंदिर के तो मूल नायक भगवान महावीर ही आपके जीवन के कल्याण करता है इसलिए आप सभी को प्रतिदिन भगवान महावीर की आराधना आवश्यक रूप से करनी चाहिए इससे आपके साथ-साथ जगत का भी कल्याण निश्चित है
श्री दिगंबर जैन समाज समिति वरुण पथ मानसरोवर के अध्यक्ष एमपी जैन ने बताया कि दिनांक 17 नवंबर 2024 को पूज्य गुरुदेव के पावन सानिध्य में जयपुर शहर में प्रथम बार आयोजित भगवान महावीर की 108 दिवसीय आराधना में अभिषेक शांति धारा करने का सौभाग्य एमपी जैन कैलाश सेठी विनेश सोगानी अशोक पापड़ीवाला सुधीर बोहरा अजय जैन दिल्ली संतोष अलका कासलीवाल को प्राप्त हुआ एवं विधान के सोधर्म इंद्र के रूप में समाज के वरिष्ठ सदस्य सुरेश कनकलता जैन गुड़िया जैन बांदीकुई वाला परिवार ने हवन करने का सौभाग्य प्राप्त किया कार्यक्रम संयोजक विनेश सोगानी ने बताया कि भगवान महावीर आराधना के निष्ठापन कार्यक्रम का निर्देशन प्रतिष्ठाचार्य प्रदुमन जी शास्त्री द्वारा किया गया इस अवसर पर विद्यासागर सभागार भवन में भगवान महावीर को विराजमान कर अभिषेक एवं शांति धारा के पश्चात विभिन्न हवन कुंडों के माध्यम से आहुति दी गई इस अवसर पर मीरा मार्ग मंदिर में चल रहे पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में प्रतिष्ठित पदम प्रभु भगवान की प्रतिमा को शोभा यात्रा के रूप में वरुण पथ मंदिर लाया गया जहां पर प्रतिमा के पुण्यार्जक परिवार पूनम चंद उमेश नितेश आंधीका द्वारा मंदिर की में पदम प्रभु भगवान को विराजमान किया गया समाज समिति के उप संगठन मंत्री मुकेश कासलीवाल ने बताया कि परम पूज्य आचार्य गुरुवर शशांक सागर जी महाराज के चातुर्मास के अवसर पर पिच्छिका परिवर्तन का कार्यक्रम दिनांक 24 नवंबर 2024 को आचार्य विद्यासागर सभागार भवन में दोपहर 1:15 पर प्रारंभ होगा इस अवसर पर पूज्य गुरुदेव की संगीतमय पूजा, पाद पक्षालन, शास्त्र भेंट,आरती एवं भगवान महावीर स्वामी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया जाएगा इस अवसर पर समाज के सभी श्रद्धालुओं को पूज्य गुरुदेव का विशेष मंगल आशीर्वाद प्राप्त होगा कार्यक्रम में पूज्य गुरुदेव के सभी भक्तगण एवं जयपुर जैन समाज के सभी प्रतिष्ठित व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया है समाज समिति के कोषाध्यक्ष कैलाश शेट्टी ने बताया कि आज विधान एवं हवन से पूर्व समाज के वरिष्ठ सदस्य सुरेश कनकलता जैन द्वारा भगवान महावीर के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत्त शुभारंभ किया इसके पश्चात परम पूज्य गुरुदेव आचार्य शशांक सागर जी महाराज संदेश सागर जी महाराज के पाद पक्षालन एवं शस्त्र भेंट करने का सौभाग्य प्राप्त किया
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