महावीर आराधना के निस्ठापन पर विश्व शांति महायज्ञ का आयोजन हुआ
24 नवंबर को होगा शशांक सागर जी का पिच्छिका परिवर्तन समारोह
जयपुर - श्री दिगंबर जैन मंदिर वरुण पथ मानसरोवर में विराजमान परम पूज्य आचार्य गुरुवर शशांक सागर जी महाराज के पावन सानिध्य एवं मंगल आशीर्वाद से भगवान महावीर स्वामी की 108 दिवसीय मंगल आराधना का समापन 17 नवंबर 2024 को प्रातः 108 जोड़ो द्वारा आहुति देकर किया
श्री दिगंबर जैन समाज समिति वरुण पथ मानसरोवर के अध्यक्ष एमपी जैन ने बताया कि दिनांक 17 नवंबर 2024 को पूज्य गुरुदेव के पावन सानिध्य में जयपुर शहर में प्रथम बार आयोजित भगवान महावीर की 108 दिवसीय आराधना में प्रतिदिन अभिषेक शांति धारा एवं हवन करने का सौभाग्य अलग-अलग दंपति सदस्यों को प्राप्त हुआ है
इस आराधना का निस्ठापन एवं हवन के माध्यम से 17 नवंबर 2024 को प्रातः 8:00 बजे हुआ कार्यक्रम संयोजक विनेश सोगानी ने बताया कि भगवान महावीर आराधना के निष्ठापन कार्यक्रम का निर्देशन प्रतिष्ठाचार्य प्रदुमन जी शास्त्री द्वारा किया जाएगा इस अवसर पर विद्यासागर सभागार भवन में भगवान महावीर को विराजमान कर अभिषेक एवं शांति धारा के पश्चात विभिन्न हवन कुंडों के माध्यम से आहुति दी गई
समाज समिति के उपाध्यक्ष राजेंद्र सोनी ने बताया कि परम पूज्य आचार्य गुरुवर शशांक सागर जी महाराज के चातुर्मास के अवसर पर पिच्छिका परिवर्तन का कार्यक्रम दिनांक 24 नवंबर 2024 को आचार्य विद्यासागर सभागार भवन में दोपहर 1:15 पर प्रारंभ होगा इस अवसर पर पूज्य गुरुदेव की संगीतमय पूजा, पाद पक्षालन, शास्त्र भेंट,आरती एवं भगवान महावीर स्वामी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया जाएगा
इस अवसर पर समाज के सभी श्रद्धालुओं को पूज्य गुरुदेव का विशेष मंगल आशीर्वाद प्राप्त होगा कार्यक्रम में पूज्य गुरुदेव के सभी भक्तगण एवं जयपुर जैन समाज के सभी प्रतिष्ठित व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया है
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