लंबित राजस्व प्रकरणों का हो त्वरित एवं समयबद्ध निस्तारण- जिला कलक्टर
कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक
जयपुर । जिले में राजस्व अधिकारी भू-रूपांतरण सहित राजस्व से संबंधित सभी प्रकार के प्रकरणों का प्राथमिकता से निस्तारण करें, ताकि आमजन को जल्द से जल्द राहत मिल सके। इसके लिए सभी राजस्व अधिकारी अपने न्यायालय में दर्ज राजस्व प्रकरणों में उल्लेखनीय कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित करें एवं लक्ष्य हासिल करने के लिए सप्ताह में पांचों दिन कोर्ट लेकर ज्यादा से ज्यादा दावों की सुनवाई करें। यह बात कलक्टर श्री प्रकाश राजपुरोहित ने राजस्व अधिकारियों को संबोधित करते हुए कही।
मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित जयपुर, जयपुर ग्रामीण एवं दूदू जिले के राजस्व अधिकारियों की बैठक में कलक्टर ने जिले में भू-आवंटन, औद्योगिक प्रयोजनार्थ भू-संपरिवर्तन, नामान्तरण, सीमाज्ञान, कुर्रेजात, पत्थरगढ़ी एवं सहित सभी तरह के लम्बित राजस्व प्रकरणों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को राजस्व संबंधी सभी प्रकरणों को त्वरित गति से निस्तारित करने के निर्देश दिये, ताकि आमजन को जल्द से जल्द राहत प्रदान की जा सके।
श्री राजपुरोहित ने ग्रीष्म ऋतु के दौरान आमजन को निर्बाध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए प्रतिदिन मॉनिटरिंग करने, क्षेत्र का निरीक्षण करने, लीकेज सहित अन्य समस्याओं का त्वरित निस्तारण करने के लिए निर्देशित किया।
बैठक कलक्टर ने अधिकारियों को रात्रि चौपाल एवं दौरों का विवरण संपर्क पोर्टल पर अपलोड करने के साथ-साथ राजस्थान संपर्क पोर्टल पर दर्ज परिवादों का त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण कर आमजन को राहत देने के निर्देश दिये।
बैठक में कलक्टर ने राजस्व अधिकारियों को जाति प्रमाण पत्र एवं मूल निवास प्रमाण पत्र लंबित प्रकरणों के भी निस्तारण के निर्देश दिये। साथ ही, उन्होंने कहा कि पेंशन संबंधी प्रकरणों का भी निस्तारण के लिए राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रथम) श्री सुरेश कुमार नवल, अतिरिक्त जिला कलक्टर (तृतीय) श्री राजकुमार कस्वां, अतिरिक्त जिला कलक्टर (पूर्व) श्रीमती सुमन पंवार, अतिरिक्त जिला कलक्टर दूदू श्री गोपाल परिहार सहित जयपुर, जयपुर ग्रामीण एवं दूदू जिले के समस्त उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार सहित अन्य राजस्व अधिकारियों एवं संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
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