हत्याकांड में 3 साल से फरार 25-25 हजार रुपए के दो अपराधी गिरफ्तार
एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की बड़ी कार्रवाई एक को हरियाणा के पलवल व दूसरे को थाना खोह इलाके से पकड़ा
जयपुर । एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की टीम ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए कामां थाने के बहुचर्चित देवी राम मुल्लाका हत्याकांड में 3 साल से फरार चल रहे 25-25 हजार रुपए के दो इनामी अभियुक्तों को दस्तयाब करने में सफलता हासिल की है। मामले में पूर्व में 8 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है, 13 अभियुक्त फरार चल रहे थे।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स एवं अपराध दिनेश एमएन ने बताया कि विभिन्न मामलों में वांछित एवं अपराध जगत में सक्रिय बदमाशों की धरपकड़ के लिए चलाए जा रहे अभियान में पुलिस मुख्यालय से प्रदेश के विभिन्न शहरों में भेजी गई एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की टीम आसूचना संकलन कर लगातार कार्रवाई कर रही है।
एडीजी एमएन ने बताया कि डीआईजी क्राइम योगेश यादव के सुपरविजन एवं एजीटीएफ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विद्या प्रकाश के नेतृत्व में एएसआई शैलेंद्र शर्मा, हैड कांस्टेबल मदन लाल शर्मा व कांस्टेबल बृजेश कुमार की टीम भरतपुर की ओर रवाना की गई है। टीम को सोमवार को सूचना मिली कि देवी राम हत्याकांड का एक आरोपी हरियाणा के पलवल और दूसरा थाना खोह जिला डीग के पसोपा इलाके में फरारी काट रहा है।
इस सूचना पर एजीटीएफ द्वारा कामां एसएचओ मनीष शर्मा का सहयोग प्राप्त कर मंगलवार को इनामी अपराधी राम अवतार गुर्जर पुत्र रामप्रताप निवासी मुल्लाका को पलवल के आगरा चौक एवं दूसरे इनामी बबली गुर्जर पुत्र रामप्रताप निवासी मुल्लाका को थाना खोह क्षेत्र के पसोपा गांव से घेराबंदी कर दबोच लिया। दोनों आरोपियों को कामां पुलिस ने अपने मामले में गिरफ्तार कर लिया है।
यह है मामला
गांव मुल्लाका निवासी रामवीर गुर्जर ने थाना कामां पर उनके गांव के ही चंद्रभान उर्फ चनुआ पुत्र शिवलाल वगैरा 20-25 व्यक्तियों के विरुद्ध नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 11 जून 2021 की सुबह खरीदारी करने बाइक लेकर निकले उसके पिता देवी राम गुर्जर पर पुरानी रंजिश के चलते सरकारी अस्पताल व डाक बंगले के बीच लोहे के सरियों और लाठियों से हमला कर दिया, मरा समझ कर हवाई फायर करते हुए गांव आ गए।
यहां आकर बंदूक के कट्टे से गोपाल पुत्र जोहरी, कल्लु पुत्र जोहरी, शिवराम पुत्र जीतराम, घनश्याम पुत्र रज्जो एवं तीन बच्चों सचिन पुत्र राजू, क्षमा पुत्री रामनिवास और उमेश पुत्री कल्लु पर भी बंदूक व देशी कट्टे से फायर कर घायल कर दिया। गंभीर घायल उसके पिता देवीलाल ने जयपुर लाते समय महुआ से पहले दम तोड़ दिया, बाकी घायलों का भरतपुर अस्पताल में इलाज चल रहा है।
एडीजी एमएन ने बताया कि दोनों इनामी अभियुक्तों के बारे में आसूचना संकलन एवं गिरफ्तारी में एजीटीएफ के एएसआई शैलेंद्र कुमार व कांस्टेबल बृजेश कुमार की विशेष भूमिका एवं हैड कांस्टेबल मदनलाल शर्मा की तकनीकी भूमिका रही। आरोपियों की गिरफ्तारी में थाना कामां से एसएचओ मनीष शर्मा व कांस्टेबल अमित कुमार ने सराहनीय योगदान दिया।
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