सिंधी भाषा में श्री हनुमान चालीसा का लोकार्पण
सिंध इतिहास व साहित्य शोध संस्थान
अजमेर l सिन्धी समाज महासमिति (रजि.) द्वारा संचालित सिंध इतिहास व साहित्य शोध संस्थान ने श्री हनुमान चालीसा का सिंधी भाषा में अनुवाद कर ऑडियो वीडियो लिरिक्स बनाया गया है।
कैसे आया आइडिया -
श्री हनुमान चालीसा को कई भाषाओं में लिखा व गाया गया है। संस्थान के प्रमुख बन्धुओं के साथ बैठकर यह तय किया गया कि युवा पीढ़ी को सिंधी भाषा, संस्कार व संस्कृति से जोड़ने के लिए श्री हनुमान चालीसा का सिंधी भाषा में अनुवाद कर ऑडियो वीडियो बनाया जाए।
अनुवाद के कार्य में आई कई दिक्कतें
हिन्दी में उपलब्ध श्री हनुमान चालीसा का सिंधी भाषा में अनुदित संस्करण उपलब्ध नहीं था। ऐसे में उसे नए सिरे से लिख कर कई शहरों के विद्धानों से शुद्धि करवा कर प्रकाशित करवाया गया है। अजमेर में सिंध इतिहास व साहित्य शोध संस्थान में कार्यरत जया जगवाणी व आशा प्रिन्टर्स के सहयोग से इसे पूर्ण किया गया।
गायक कलाकारों के लिये गये ऑडिशन
मशहूर कलाकार व गायक रवि टिलवानी व उनकी टीम द्वारा करागो ट्रेक तैयार किया गया। उसके पश्चात् शहर के कई कलाकारों का ऑडिशन लिया गया। उसके उपरांत दो आडियो व वीडियो तैयार किये गये। पूरी एडिटिंग करने के बाद सिन्धी में श्री हनुमान चालीसा बन कर आज सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्म पर प्रसारित की जा रही है।
श्री हनुमान चालीसा पाठ से प्रारंभ होगें 16 दिवसीय चेटीचंड पखवाडा के कार्यक्रम
अयोध्या धाम में 500 साल बाद श्री राम भगवान के भव्य मन्दिर निर्माण व लोकार्पण के साक्षी बने सभी महानुभावों की प्रेरणा से समिति ने निर्णय लिया था कि भगवान श्री राम का चित्र व श्री हनुमान चालीसा का पाठ चेटीचंड पखवाड़ा कार्यक्रमों के प्रारम्भ में कराया जायेगा।
इसी क्रम में सभी के सहयोग से यह विशेष उपलब्घि मिली है, जिन्हें सर्वप्रथम परम श्रद्धेय स्वामी हिरदाराम जी के चरणो में प्रति भेंट की गई व संत महात्माओं के आशीर्वाद से सभी जगह इसका विस्तृत प्रसारण किया जायेगा।
इस ऑडियो वीडियो के निर्माता निर्देशक सिघं इतिहास व साहित्य शोध संस्थान, अजमेर के अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी व सह निर्देशक. गिरधर तेजवानी व महेंद्र कुमार तीर्थाणी हैं।
सिंगर लता लखयानी, म्यूजिक रवि टिलवानी, ऑक्टापैड विनोद कुमार, रिकॉडिंग जॉन, कैमरा दुर्गेश डाबरा, एडिटिंग रमेश रावत व सुनील यादव, राजीव शर्मा, लाइटिंग केशव नाथ। अनुवादक आशा प्रिंटर्स व जया जगवानी। गायिका रितु मोतीरामानी द्वारा श्री हनुमान चालीसा की एडिटिंग का कार्य जारी है।
आने वाले समय में डुएट व अनेक प्रतिभाओं को आगे लाकर भी सिंधी भाषा में श्री हनुमान चालीसा बनाएंगे। शोध संस्थान संगीत के साथ-साथ नाटक, फिल्मों व कई पुस्तकों पर कार्य कर रहा है, जिसमें वीर सपूत रुपलो कोल्ही की सिन्धी देवनागरी व हिंदी भाषा में पुस्तक प्रकाशित की जाएगी।
प्रेस वार्ता आयोजित की गई। जिसमें कंवल प्रकाश किशनानी, गिरधर तेजवानी, महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, हरी चंदनानी, रवि टिलवानी, लता लखयानी, रितु मोतीरामानी ने पोस्टर जारी किया।
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