बैंक डिफाल्टर वाहन को सस्ते में बेचने ठगी गिरोह का सदस्य गिरफ्तार
बैंक-से-डिफाल्टर-वाहन-सस्ते-में-बेचने-का-सोशल-मीडिया-पर-एड-देकर-ठगी-करने-वाले-गिरोह-का-मुख्य-सदस्य-गिरफ्तार बारां जिले में साईबर थाना पुलिस की कार्रवाई
जयपुर/बारां । जिले की साईबर थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बैंक से डिफाल्टर वाहनों को सस्ते में बेचने का सोशल मीडिया पर एड देकर ठगी करने वाले गिरोह के मुख्य सदस्य प्रेम प्रेम नारायण वैष्णव पुत्र बाबूलाल बैरागी निवासी लक्ष्मीपुरा थाना केलवाड़ा हाल जयपुर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
एसपी राजकुमार चौधरी ने बताया कि घटना के संबंध में 17 मार्च 2023 को थाना कोतवाली मंदसौर निवासी पिंटू राठौर द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। उसने फेसबुक पेज वैष्णव एसोसिएट व इंफ्राटेक की पोस्ट देखी थी। पोस्ट पर दिए गए नंबर पर बात करने पर कर्मचारी परम चौधरी ने उनकी कम्पनी द्वारा बैंक के डिफाल्टर वाहनों को बेचने का काम बताया था।
झांसे में आकर उसने अलग-अलग बार में कुल 4.21 लाख रुपए आरोपियों के बताए गए कंपनी के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए। बाद में उसे पता चला कि जिस ट्रक के लिए उसने पैसे दिए हैं वह ट्रक बिक चुका। कंपनी के ओनर चंद्र मोहन वैष्णव, उसके भाई प्रेम वैष्णव दामाद, जगदीश बैरागी व सुरेश वैष्णव निवासी केलवाड़ा ने गिरोह बना रखा है। रिपोर्ट पर साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई।
एसपी चौधरी ने बताया कि एसएचओ साइबर थाना पूजा नागर आरपीएस के नेतृत्व मे साईबर थाने के हेड कांस्टेबल सुकेन्द्र सिंह, दिग्विजय, सत्येन्द्र सिंह व कांस्टेबल लक्ष्मण की टीम ने फरियादी के बैंक खाते एवँ आरोपी फर्म वैष्णव इन्फ्राटेक के बैक खातो की डिटेल प्राप्त की गई। आरोपियों के बैक रिकार्ड, तकनीकी साक्ष्य व गोपनीय जानकारी से आरोपी फर्म चन्द्रमोहन वैष्णव व उसके साथियों के द्वारा राजस्थान, मध्यप्रदेष, उत्तरप्रदेष, हरियाणा, गुजरात व अन्य राज्यो के ट्रक बेचने के नाम पर लाखों रूपये की धोखाधडी करना पाया गया।
विभिन्न राज्यों से साईबर ठगी की शिकायते व प्रथम सूचना रिपोर्ट की प्रतियॉ प्राप्त की गई। प्रकरण में तकनीकी अनुसंधान से साईबर ठगी में फर्जी कम्पनी के प्रोपराईटर प्रेम वैष्णव की संलिप्तता पाई जाने पर जयपुर से गिरफ्तार किया जाकर अनुसंधान किया गया। दौराने पुछताछ आरोपी ने बताया कि हम लोग बैक की वेबसाईट से डिफाल्टर कमर्शियल वाहनो की डिटेल व फोटो चुराकर उनको फेसबुक व कम्पनी की वेबसाईट पर मोबाईल नम्बर सहित अपलोड कर देते है। जो भी वाहन खरीदने का इच्छुक होता है वह मोबाईल नम्बर पर सम्पर्क करता है तो उसको वाहन दिखाने व कम्पनी के चार्ज बताकर टोकन मनी 21,240 रुपये कम्पनी के खाते मे डलवाते है ज्यादातर कस्टमर टोकन मनी डालने की शिकायत नही करते।
कई कस्टमर जो ट्रक खरीदने के इच्छुक होते है उनके फिटनेस बीमा व ट्रक की कीमत की 75 प्रतिशत राशि कम्पनी के खाते मे डलवा लेते है। जैसे ही कस्टमर कम्पनी के खाते में पैसे डालता है उन पैसो के अन्य खातों में ट्रांसफर कर निकलवा लेते है। आरोपी प्रेम वैष्णव व चन्द्रमोहन ने जेटीएम माल जयपुर, बैगलोर, मुम्बई, असम गुवाहाटी, लखनउ उ.प्र. में अलग अलग नाम से फर्जी कम्पनिया बना कर ऑफिस खोल रखे है तथा कम्पनियों की बेवसाईट भी बना रखी है।
इन कम्पनियों के माध्यम से देश के विभिन्न राज्यों में सकेण्ड हैण्ड कमर्षियल वाहन बेचने के नाम पर टोकन मनी व वाहन की एडवान्स राषि ऑनलाईन बैक खातो में जमा करा कर ठगी की जा रही है। अभी तक अनुसंधान से चन्द्रमोहन वैष्णव व उसके गिरोह द्वारा देश के विभिन्न राज्यों में लगभग एक करोड रूपये की अधिक की ठगी करने का रिकार्ड मिला। अन्य संदिग्ध बैक खातो की डिटेल प्राप्त होने पर धोखाध़डी के मामलो के खुलासे की सम्भावना है। प्रकरण का मुख्य आरोपी चन्द्रमोहन वैष्णव फरार है जिसकी तलाष की जा रही है।
What's Your Reaction?