मोक्ष सप्तमी के पावन अवसर पर तीर्थराज की ऐतिहासिक रचना
भगवान महावीर की साधना से जीवन का कल्याण संभव: आचार्य शशांक सागर
जयपुर - श्री दिगंबर जैन समाज समिति वरुण पथ मानसरोवर में विराजमान परम पूज्य आचार्य गुरुवर शशांक सागर जी महाराज के पावन सानिध्य में चल रहे 108 दिवसीय भगवान महावीर विधान एवं हवन के पश्चात आयोजित धर्म सभा में मंगल आशीर्वाद देते हुए परम पूज्य गुरुदेव ने कहा कि भगवान महावीर की पूरे मन से की गई आराधना से जीवन जीने का मार्ग आसान हो जाता है इसलिए आपके मंदिर में तो बहुत ही सुंदर और मनमोहक अतिशह कारी प्रतिमा है लेकिन फिर भी हम इधर-उधर विचरण करके अपने कल को खराब कर रहे हैं मेरा आपसे यही अनुरोध है कि भगवान महावीर की आराधना से आपके जीवन का कल्याण निश्चित है इसलिए प्रभु की शरण में पूरी निष्ठा के साथ भक्ति भाव के साथ महावीर के चरित्र को अपने जीवन में उतारने का प्रयास करें जिससे हमारे जीवन का कल्याण हो सके
समाज समिति के अध्यक्ष एमपी जैन ने बताया कि कल परम पूज्य गुरुदेव के सानिध्य में भगवान पारसनाथ जी का मोक्ष कल्याण पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा प्रातः 7:30 बजे पूज्य गुरुदेव के सानिध्य में 24 तीर्थंकर तीर्थंकर की प्रतिमाओं को नगर भ्रमण करवाया जाएगा इसके बाद सम्मेद शिखर की बनाई जा रही रचना के टोकों पर सभी प्रतिमाओं को विराजमान कर इंद्र द्वारा अभिषेक कर निर्माण लाडू अर्पित किए जाएंगे
प्रचार संयोजक विनेश सोगानी ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य सोधर्म इंद्र सुरेश जी कनकलता जी जैन बांदीकुई वाले होंगे सम्मेद शिखर रचना के उद्घाटन कर्ता पूरणमल जी ललिता देवी जी अनोपडा होंगे आज आयोजित धर्म सभा एवं भगवान महावीर विधान व हवन के सोधर्म इन्द्र ने भगवान महावीर के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित करने का एवं आचार्य श्री के पाद पक्षालन व शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य विनेश प्रीति सोगानी अनुष्ठा,आरव सोगानी को प्राप्त हुआ कार्यक्रम में मंगलाचरण की प्रस्तुति श्रीमती अंजू जी जैन बी ओ बी ने प्रस्तुत की
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