लोकतंत्र के महापर्व में शांतिपूर्ण मतदान के लिए पुलिस विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका
लोकसभा चुनावों में राउंड द क्लॉक 24×7 मॉनिटरिंग
जयपुर ( लोकेश जैन )- भारत निर्वाचन आयोग ने लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा चुनाव के क्रम में मतदाताओं का स्वागत के साथ राजस्थान लोकतंत्र के महापर्व को शांतिपूर्ण संपन्न कराया है। जिस तरह से निर्वाचन आयोग ने स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण, सुलभ, सहभागी और प्रलोभन-मुक्त मतदान कराने के लिए अपनी अडिग प्रतिबद्धता को भी दोहराया है।
पिछले दो वर्षों में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में आयोग और इसकी टीमों ने भारत के मतदाताओं को सर्वोत्तम संभव अनुभव प्रदान करने के लिए आवश्यक कड़ी मेहनत और सावधानीपूर्वक क्रियाकलाप पूरा किया है। इसी क्रम में राजस्थान लोकसभा चुनावों में पुलिस विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका रही है जो शांतिपूर्ण तरीके से मतदान सुनिश्चित कराना ।
पुलिस चुनाव आयोग के साथ सहयोग करके चुनाव को सुरक्षित और निष्पक्ष बनाया है। राजस्थान पहले और दूसरे चरण के चुनाव क्षेत्रों में सुरक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित करना , और अपराधिक तत्वों पर लगाम लगाना जिस से वोटर्स को सुरक्षा प्रदान हो सके ।
पुलिस विभाग आमजन से नियमों का पालन कराती है, विवादों को सुलझाती है, और अवैध गतिविधियों को रोकती है। पुलिस विभाग मतदाताओं को आत्मविश्वास देती हैं कि वे बिना किसी डर या दबाव के मतदान कर सकते हैं।
पुलिस का सक्रिय और सजग होना चुनाव की व्यवस्था में आत्मविश्वास और सुरक्षा सुनिश्चित करता है, जिससे लोग बेफिक्री से मतदान कर सकें और लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों का आदान-प्रदान हो सके। चुनावी क्षेत्रों में शांति और अनुकूलता का संरक्षण बनाकर पुलिस विभाग चुनावों के सुरक्षित और निष्पक्ष आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
राजस्थान लोकसभा चुनावों के प्रथम एवं द्वितीय चरण के लिए राजस्थान पुलिस के अधिकारी और जवानों ने (प्रथम चरण में करीब 75,000 एवं द्वितीय चरण में करीब 85,000) के साथ ही केन्द्रीय सशस्त्र बल और विशेष सशस्त्र बल की 175 कम्पनियों, राजस्थान शहरी- ग्रामीण होमगार्ड के 18 हजार 400 तथा बोर्डर होमगार्ड के 1600 जवानों को शांतिपूर्ण मतदान के लिए तैनात किया गया था ।
राउंड द क्लॉक 24×7 मॉनिटरिंग
लोकसभा चुनावों के दोनो चरणों में राजस्थान पुलिस महकमा सीमावर्ती राज्यों पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश एवं गुजरात राज्य से लगने वाली राजस्थान की सीमाओं पर सीलिंग कर 225 चौक पोस्ट स्थापित की गई थी इस दौरान 24 घंटे अलर्ट मोड़ कर कार्यरत पुलिस अधिकारी और जवान तकनीकी सहायता से सीसीटीवी कैमरों और वीडियोग्राफी के जरिए राउंड द क्लॉक 24×7 मॉनिटरिंग की जा रही थीं राजस्थान पुलिस ने लोकसभा चुनावों में एक प्रमुख भूमिका निभाई है और सामाजिक सुरक्षा और लोकतंत्र के मूल्यों का समर्थन किया है।
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