23 वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का 2876 वां निर्वाणोत्सव मनाया

दिगम्बर जैन मंदिरों में चढाया निर्वाण लाडू - मंदिरों में सजी सम्मेद शिखर जी की झांकियां

Aug 12, 2024 - 02:10
Aug 12, 2024 - 02:11
 0  80
23 वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का 2876 वां निर्वाणोत्सव मनाया
23 वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का 2876 वां निर्वाणोत्सव मनाया

जयपुर  -जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का 2876 वां निर्वाणोत्सव रविवार, 11 अगस्त को जैन धर्मावलंबियों द्वारा  भक्ति भाव से मनाया गया । इस मौके पर शहर के दिगम्बर जैन मंदिरों में विश्व में सुख शांति समृद्धि एवं खुशहाली की कामना करते हुए पूजा अर्चना के विशेष आयोजन किये गये । पूजा के दौरान मंत्रोच्चार के साथ निर्वाण लाडू चढाया गया । राजस्थान जैन युवा महासभा के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन 'कोटखावदा' के मुताबिक प्रातः मंदिरों में भगवान पार्श्वनाथ के जयकारों एवं मंत्रोच्चार के साथ जलाभिषेक एवं पंचामृत अभिषेक किये गये। तत्पश्चात अष्ट द्रव्य से भगवान पार्श्वनाथ की '' पार्श्वनाथ देव सेव आपकी करु सदा, दीजिए निवास मोक्ष भूलिए नहीं कदा..... '' के उच्चारण करते हुए सामूहिक पूजा अर्चना की गई। निर्वाण काण्ड भाषा के सामूहिक उच्चारण पश्चात हाथों में मोक्ष का प्रतीक निर्वाण लाडू, अर्घ्य एवं दीपक लेकर जयकारों के बीच '' सित सावन साते आई, शिव नारि वरी जिनराई। सम्मेदाचल अरि माना, हम पूजे मोक्ष कल्याना।। '' का सामूहिक उच्चारण करते हुए भगवान के समक्ष निर्वाण लाडू चढाया गया ।पंच परमेष्ठी एवं भगवान पार्श्वनाथ की आरती के बाद समापन हुआ। 


मीरामार्ग पर मुनि प्रणम्य सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में सजी शाश्वत तीर्थराज सम्मेद शिखर जी की सजीव रचना - -


श्री जैन के मुताबिक मीरामार्ग के आदिनाथ भवन पर मुनि प्रणम्य सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में रविवार 11 अगस्त को जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का मोक्ष कल्याणक महोत्सव मनाया गया ।इस मौके पर शाश्वत सिद्ध क्षेत्र श्री सम्मेद शिखर जी की सजीव रचना की  गई । सम्मेद शिखर रचना पुण्यार्जक कुशल मधु ठोलिया थे ।
 प्रातः 6.30 बजे से भगवान पार्श्वनाथ की पूजा एव श्री कल्याण मंदिर पूजा विधान साजो के साथ किया गया । भगवान पार्श्वनाथ के जयकारों के बीच प्रातः 8.00 बजे निर्वाण लाडू चढाया गया । तत्पश्चात मुनि  प्रणम्य सागर महाराज के मंगल प्रवचन हुए जिसमें उन्होंने भगवान पार्श्वनाथ के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला ।
 
तीर्थराज की वंदना से सुख  शांति समृद्धि की प्राप्ति: आचार्य शशांक सागर 
वरुण पथ पर तीर्थराज की वंदना में उमडा जन सैलाब

 श्री दिगंबर जैन समाज समिति वरुण पथ मानसरोवर में विराजमान परम पूज्य आचार्य गुरुवर शशांक सागर जी ने धर्म सभा में मंगल आशीर्वाद देते हुए कहा कि भगवान भगवान पारसनाथ जी के मोक्ष कल्याण के पावन अवसर पर यही कामना करता हूं कि आप सबका जीवन मंगल में हो आप सबको अनंत खुशियों की प्राप्ति आपको सुख समृद्धि की प्राप्ति हो पूज्य गुरुदेव ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को संकल्प लेना चाहिए कि वर्ष में एक बार तीर्थराज सम्मेद शिखर की वंदना कर अपने जीवन में पुण्य का संचय करें इसी पुण्य के संचय से आपके जीवन में सुख शांति और समृद्धि का वास होगा

वरुण पथ पर तीर्थराज की वंदना में उमडा जन सैलाब


मोक्ष सप्तमी के अवसर पर मुनि श्री संदेश सागर जी महाराज ने उपस्थित जन समुदाय को मंगल आशीर्वाद देते हुए कहां की भगवान पारसनाथ की आराधना से आपके जीवन का मंगल हो आपमें अनंत ऊर्जा का संचय हो यही कामना में करता हूं 
समाज समिति के अध्यक्ष एमपी जैन ने बताया कि आज अभिषेक एवं शांति धारा करने का सौभाग्य धनमोहन जी कमल जी कासलीवाल,राजकुमार जी पापड़ीवाल ने प्राप्त किया इसके पश्चात सभी इंद्र को 24 प्रतिमाएं शोभा यात्रा में ले जाए जा रहे रथ में विराजमान करने के लिए प्रदान की गई विशाल शोभा यात्रा के पश्चात आचार्य विद्यासागर सभागार भवन में निर्मित सम्मेद शिखर पर्वत पर विराजमान की गई झांकी का उद्घाटन करने का सौभाग्य पूरणमल ललिता देवी अनोपडा को प्राप्त हुआ उद्घाटन के पश्चात सम्मेद शिखर पहाड़ पर विराजमान सभी प्रतिमाओं के अभिषेक 24 इंद्रो द्वारा एवं भगवान पारसनाथ की प्रतिमा जी पर शांति धारा करने का सौभाग्य सुरेश चंद कनकलता जैन बांदीकुई वालों को प्राप्त हुआ जो आज के संपूर्ण आयोजन के सौधर्म इंद्र रहे कोषाध्यक्ष कैलाश सेठी ने बताया कि भगवान पारसनाथ जी के मोक्ष कल्याण के पावन अवसर पर मुख्य रूप से निर्वाण लाडू अर्पित करने का सौभाग्य गुणमाला जी मनोज जी चिरायु जी बाकलीवाल, शैलेंद्र जी नीलम जी जैन, पदम चंद जी जैन भरतपुर वालों के परिवार ने प्राप्त किया

प्रतापनगर में उपाध्याय उर्जयन्त सागर महाराज, अग्रवाल फार्म स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर थड़ी मार्केट में उपाध्याय वृषभानन्द महाराज, दुर्गापुरा के श्री चन्द्रप्रभू दिगम्बर जैन मंदिर में मुनि पावन सागर महाराज,कीर्ति नगर के श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में मुनि समत्व सागर, मुनि शील सागर महाराज, बरकतनगर के णमोकार भवन में मुनि अर्चित सागर महाराज, दहमीकला के श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में आचार्य नवीन नन्दी महाराज, बीलवा के नांगल्या स्थित विमल परिसर में गणिनी आर्यिका नंग मति माताजी के सानिध्य में विशेष आयोजन किया गया । पदमपुरा के श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र पर महिमा सागर महाराज  ससंघ के सानिध्य में भगवान पार्श्वनाथ का मोक्ष कल्याणक महोत्सव मनाया गया । प्रातः भगवान पार्श्वनाथ की पूजा के दौरान निर्वाण काण्ड भाषा का उच्चारण कर अध्यक्ष सुधीर जैन एवं मंत्री हेमन्त सोगानी के नेतृत्व में निर्वाण लाडू चढाया गया ।


मुकुट सप्तमी पर करती है कुवांरी कन्याऐं उपवास - - - - - - 
जैन ने बताया कि जैन धर्म के अनुसार इस पर्व को मुकुट सप्तमी या मोक्ष सप्तमी भी कहते हैं। इस दिन कुंवारी कन्याएं मोक्ष सप्तमी का उपवास किया ।  दिन में केवल एक बार पानी का सेवन किया। यह उपवास सात साल तक निरन्तर किया जाता है। यह विशेष फलदायी होता है। 

श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर नटाटा आमेर में जयकारों के बीच निर्वाण लाडू चढाया गया

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

SJK News Chief Editor (SJK News)