पुलिस ने हत्या की घटना का चार दिन में घटना का किया खुलासा
झालावाड़ जिले में थाना सारोला कलां पुलिस की कार्रवाई 9 आरोपियों को किया गिरफ्तार, घटना में प्रयुक्त एक महिंद्रा टीयूवी जब्त
जयपुर/झालावाड़ । झालावाड़ जिले में स्वतंत्रता दिवस के अगले दिन थाना सारोला कला में हुई एक युवक की हत्या की घटना का मात्र चार दिनों में खुलासा कर पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना में शामिल एक महिंद्रा टीयूवी गाड़ी जब्त की है।
एसपी ऋचा तोमर ने बताया कि मुल्जिम धनराज उर्फ धनजी गुर्जर पुत्र लक्ष्मीनारायण (38) व नवल मेघवाल पुत्र कजोडीमल निवासी तारज थाना सारोला, रवि गौतम पुत्र विष्णुप्रसाद (31) निवासी सारोला कलां, अशोक गुर्जर पुत्र रमेशचन्द (27), राधेश्याम गुर्जर पुत्र मौजीराम (20) व दिनेश गुर्जर पुत्र मौजी राम (24) निवासी निवासी बान्दरी थाना अकलेरा हाल तारज, सोनू गुर्जर पुत्र रामचरण (23) निवासी मालनवासा थाना सारोला, फूलचन्द गुर्जर पुत्र छोटू लाल (27) निवासी बान्दरी थाना अकलेरा एवं अनुराग उर्फ लखन पुत्र महावीर सिंह राजपूत (30) निवासी सेवनिया हाल तारज को गिरफ्तार किया गया है, शेष फरार मुल्जिमों की तलाश जारी है।
एसपी तोमर ने बताया कि घटना के संबंध में झालावाड़ के एसआरजी हॉस्पिटल में भर्ती सत्यनारायण उर्फ सत्तू गुर्जर (22) निवासी भील खेड़ा द्वारा 16 अगस्त को पुलिस को दिए पर्चा बयान पर मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया था। इसी दौरान पीड़ित की इलाज के दौरान मौत हो जाने पर हत्या में मुकदमा तब्दील किया गया। सीओ खानपुर राकेश कुमार एवं एसएचओ विजेंद्र सिंह के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा घटना का खुलासा कर 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर महिंद्रा टीयूवी जब्त की गई।
घटना के संबंध में अनुसंधान में सामने आया कि 9 महीने पहले 15 नवंबर 2023 को सत्यनारायण गुर्जर उर्फ सत्तू और उसके साथियों ने धनराज उर्फ धनजी गुर्जर व रवि गौतम के ऊपर प्राणघातक हमला कर मारपीट की, जिसमें धनराज की एक टांग व एक हाथ टूट गया तभी से धनराज, सत्यनारायण से बदला लेने की फिराक में था। घटना के रोज 16 अगस्त को अशोक को सत्यनारायण बाजार में घूमता हुआ नजर आ गया।
यह बात उसने धनराज को बताई। उस वक्त धनराज के साथ रवि गौतम भी था। दोनों ने सत्यनारायण को जान से मारने के लिए प्लान बनाया। अशोक ने मोनू गुर्जर को फोन कर पीछा करने को कहा तो मोनू व फूल चन्द झालावाड़ से ही सत्यनारायण की कार के पीछे लग गए। इधर सत्यनारायण अपने गांव तारज से अपनी गाड़ी में अशोक, राधेश्याम, शंभू केवट, लखन राजपूत, सोनू गुर्जर के साथ रवाना हुआ। रास्ते में मालवासा से दिनेश गुर्जर, नवल मेघवाल और सोनू गुर्जर को साथ ले लिया।
इसके बाद सिलीगढी महादेव व गाढर वाड़ा नूरजी होते हुए देवरिया पहुंच गए। सत्यनारायण की कार का पीछा कर रहे मोनू गुर्जर व फूलचंद की सूचना पर खाल के पास पहुंच इन्होने सत्यनारायण उर्फ सत्तू की कार के टक्कर मारी और उसके साथ गम्भीर तरीके से मारपीट की। जिसमें इलाज के दौरान सत्यनारायण की मौत हो गई।
घटना के खुलासे में उप निरीक्षक विजेंद्र सिंह जादौन, हेड कांस्टेबल लाखन सिंह, कांस्टेबल कार्तिक सिंह, अजय, लोकेश एवं मुरली मनोहर की विशेष भूमिका रही।
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