अपहरण मामले में 19 साल से वांछित 20 हजार के इनामी को कोटा में पकड़ा
एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की कार्रवाई
जयपुर । एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बांसवाड़ा जिले के थाना कोतवाली इलाके से एक युवती के अपहरण के मामले में 19 साल से फरार चल रहे आरोपी भगवान सिंह उर्फ भगवान माली पुत्र मांगीलाल (45) निवासी रतनपुरा खानपुर थाना सारोला (जिला झालावाड़) को कोटा के आरके पुरम थाना क्षेत्र से पकड़ा है। आरोपी की गिरफ्तारी पर ₹20 हजार का इनाम घोषित है।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स एवं अपराध दिनेश एमएन ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में वांछित अपराधियों, गैंगस्टर इत्यादि के बारे में आसूचना संकलन के लिए उपमहानिरीक्षक पुलिस योगेश यादव एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विद्या प्रकाश सुपरविजन में एजीटीएफ की टीमों को विभिन्न शहरों में भेजा गया है।
एडीजी एमएन ने बताया कि इंस्पेक्टर सुभाष सिंह के नेतृत्व में उदयपुर व कोटा रेंज रवाना की गई टीम के सदस्य हैड कांस्टेबल महेश कुमार व महावीर सिंह शेखावत को 19 साल से फरार आरोपी भगवान सिंह उर्फ भगवान लाल माली के संबंध में सूचना मिली कि आरोपी अपना गांव छोड़कर कोटा के आर के पुरम थाना इलाके में काम करता है। सूचना पर इनके अतिरिक्त हैड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह, रविंद्र सिंह, राकेश जाखड़ एवं कांस्टेबल नरेश कुमार व सुरेश कुमार की टीम को शामिल आसूचना की पुष्टि के लिए निर्देशित किया गया।
सूचना की पुष्टि के बाद गठित टीम द्वारा आरके पुरम थाना क्षेत्र से आरोपी भगवान लाल माली उर्फ भगवान सिंह (45) को डिटेन कर लिया। जिसे थाना पुलिस की निगरानी में रख बांसवाड़ा जिले की कोतवाली पुलिस को सूचित कर दिया गया है। पकड़ा गया आरोपी 22 वर्ष की आयु में बांसवाड़ा से एक युवती का अपहरण कर झालावाड़ ले आया था। प्रकरण दर्ज होने के उपरांत बांसवाड़ा पुलिस ने युवती को दस्तयाब कर परिजनों को सौंप दिया, लेकिन आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।
उसके बाद पुलिस ने कई बार आरोपी को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन काफी शातिर प्रवृत्ति का आरोपी अपना निवास बदल बदलकर पुलिस को छकाता रहा। आरोपी मोबाइल एवं सोशल मीडिया से भी दूरी बनाए हुए था और लगातार 19 साल से पुलिस की पकड़ से फरार चल रहा था।
एडीजी ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विद्या प्रकाश के सुपरविजन एवं इंस्पेक्टर सुभाष सिंह तंवर के नेतृत्व में गठित टीम के सदस्य हैड कांस्टेबल महेश कुमार, नरेंद्र सिंह एवं महावीर सिंह की इस संपूर्ण कार्रवाई में विशेष भूमिका एवं हैड कांस्टेबल रविंद्र सिंह, राकेश जाखड़ व कांस्टेबल नरेश कुमार व सुरेश कुमार का तकनीकी सहयोग रहा। गिरफ्तारी में थाना आरके पुरम के एसएचओ अजीत बागडोलिया मय टीम एवं झालावाड़ के हैड कांस्टेबल सरदार सिंह का सहयोग रहा।
What's Your Reaction?