अपहरण एवं दुष्कर्म के प्रकरण में फरार 5,000 रुपये का ईनामी अपराधी गिरफ्तार
कोटा ग्रामीण जिले में थाना दीगोद पुलिस की कार्रवाई
जयपुर/ कोटा । थाना दीगोद पुलिस ने नाबालिग के साथ अपहरण एवं दुष्कर्म के दर्ज प्रकरण में एक वर्ष से फरार चल रहे 5,000 रुपये के ईनामी आरोपी विष्णु प्रसाद उर्फ विशू पुत्र देवी सिंह मालवीय निवासी शुजालपुर जिला शाजापुर मध्यप्रदेश को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
पुलिस अधीक्षक कोटा ग्रामीण करन शर्मा ने बताया कि 21 जुलाई,23 को फरियादिया ने थाना दीगोद पर रिपोर्ट दर्ज करवाई कि 18 जुलाई को वह काम करने के लिये घर से बाहर गई थी, मेरी नाबालिग पुत्री घर पर थी। शाम को काम से वापस आई तो मेरी नाबालिग पुत्री घर पर नहीं मिली। काफी तलाश किया परन्तु कोई पता नहीं लगा। इत्यादि पर थाना दीगोद पर प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया।
चूंकि प्रकरण नाबालिग के अपहरण का था। अतः प्रकरण गंभीरता से लेकर नाबालिग की तलाश एवं अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु विशेष टीमों को गठन किया जाकर अपराधी के बारें में जानकारियां प्राप्त कर संदिग्ध स्थानों पर लगातार दबिश दी गई। थाना दीगोद की विशेष टीम ने 8 अगस्त,2023 को नाबालिग को दस्तयाब कर लिया परन्तु अपराधी शातिर एवं चालाक होने से फरार हो गया।
प्रकरण को दर्ज हुऐ 1 वर्ष से अधिक का समय हो चुका था तथा प्रकरण गंभीर प्रकृति का था। वांछित मुल्जिम बार-बार पुलिस को चकमा दे रहा था। अतः वांछित मुल्जिम विष्णु प्रसाद उर्फ विशू की गिरफ्तारी हेतु जिला पुलिस की तरफ से 5,000 रुपये ईनाम की घोषणा की गई।
थाना दीगोद पुलिस द्वारा उक्त अपराधी को प्राथमिकता के आधार पर चिन्हित कर मुखबिर तंत्र स्थापित किये व लगातार सूचनायें एकत् कर तकनीकी अनुसंधान किया गया। थाना दीगोद के हेड कांस्टेबल घांसी लाल को मुखबिर से सूचना मिली कि वांछित विष्णु प्रसाद उर्फ विशू नागपुर-जयपुर ट्रेन से जयपुर की तरफ जा रहा है। विश्वसनीय सूचना पर थाना दीगोद की विशेष टीम को कोटा रवाना किया गया। टीम ने रेल्वे स्टेशन कोटा पर नागपुर की तरफ से आने वाली ट्रेनों में सर्च अभियान चलाकर अपराधी को डिटेन करने में सफलता प्राप्त की है।
आत्महत्या के लिए मजबूर करने में महिला समेत दो आरोपी गिरफ्तार
जालोर जिले में थाना भीनमाल पुलिस की कार्रवाई
जयपुर/जालौर। जिले के भीनमाल थाना क्षेत्र में दुष्कर्म एवं ब्लैकमेलिंग से आहत दंपत्ति द्वारा आत्महत्या कर लेने के मामले में पुलिस ने आरोपी अर्जुन राणा पुत्र कृष्ण राम भील एवं आरोपी की चचेरी बहन श्रीमती जेन्ता भील पुत्री घेवा राम निवासी दासपा को गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी ज्ञान चंद्र यादव ने बताया कि भीनमाल थाना इलाके के दासपा गांव निवासी वनाराम भील एवं उसकी पत्नी अंका देवी द्वारा 20 अगस्त की रात फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सीएससी भीनमाल में मृतका अंका देवी के पिता समाराम भील निवासी देता द्वारा संपत्ति के लिए ससुराल पक्ष द्वारा हत्या का आरोप लगाया जबकि मृतक वनाराम के पिता मोका राम ने गांव के ही अर्जुन राणा और जेन्ता देवी के विरुद्ध रिपोर्ट दी। आरोपी उसकी बहू की अश्लील फोटो वायरल करने की धमकी देकर दुष्कर्म और ब्लैकमेल कर रहे थे। जिससे आहत होकर उसके बेटे और बहू ने आत्महत्या कर ली।
एसपी यादव ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वर लाल व सीओ अन्न राज राजपुरोहित एवं एसएचओ भीनमाल घेवरा राम के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा तकनीकी सहायता व आसूचना संकलन कर आरोपी अर्जुन राणा व उसकी चचेरी बहन जेन्ता देवी को डिटेन कर पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया।
अनुसंधान में सामने आया कि मृतक वना राम को अपनी पत्नी व अभियुक्त अर्जुन राणा के बीच अवैध संबंध होने का संदेह था। इस पर 17 अगस्त को वनाराम ने आरोपी अर्जुन राणा के साथ मारपीट की थी। जिसके संबंध में थाना भीनमाल में मुकदमा दर्ज हुआ था। मृतक वनाराम ने जब अपनी पत्नी अंका देवी से इस बारे में बात की तो उसने बताया कि अर्जुन राणा उसकी अश्लील फोटो वायरल करने की धमकी देकर पिछले तीन-चार सालों से बलात्कार कर रहा है।
अर्जुन राणा के सहयोग में उसकी चचेरी बहन जेन्ता देवी भी शामिल है, जो उसे ब्लैकमेल कर रही थी। अर्जुन ने मृतका अंका देवी को एक मोबाइल व सिम कार्ड भी दिया था, जिसे वनाराम ने तोड़कर फेंक दिया। अनुसंधान में अर्जुन राणा व जेन्ता देवी द्वारा परेशान करने से मजबूर होकर दम्पत्ति द्वारा आत्महत्या करना पाया गया। अभियुक्तों के जुर्म स्वीकार करने पर गिरफ्तार किया गया।
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