रोहित गोदारा के साथी गैंगस्टर महेंद्र सारण का फर्जी पासपोर्ट बनाने वाला सरगना सहित चार गिरफ्तार
चुरू जिले में सरदारशहर थाना पुलिस की कार्रवाई
जयपुर /चूरू । गैंगस्टर रोहित गोदारा के साथी महेंद्र सारण पुत्र चानण मल जाट (26) निवासी सवाई छोटी थाना सरदारशहर का फर्जी नाम व पते से पासपोर्ट बना कर विदेश भगाने में मदद करने के आरोपी सरगना ओमप्रकाश पारीक पुत्र मालाराम (60) निवासी रोलसाबसर थाना सदर फतेहपुर सीकर एवं उसके तीन साथियों विजय अठवाल पुत्र जगदीश (23) निवासी वार्ड नंबर 48 फतेहपुर, महबूब कुरैशी पुत्र इब्राहिम (53) व सिकंदर पुत्र याकूब काजी (55) निवासी वार्ड नंबर 4 लक्ष्मणगढ़ जिला सीकर को गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी जय यादव ने बताया कि 1 मई को एसएचओ सरदारशहर को सूचना मिली कि महेंद्र सारण फर्जी नाम पते से पासपोर्ट बनाकर विदेश भाग गया है। इस पर थाना सरदारशहर पर मुकदमा दर्ज कर जांच एसआई मंगूराम द्वारा शुरू की गई। बदमाश महेंद्र सारण के विरुद्ध लूट, मारपीट, अपहरण जैसे संगीन धाराओं में प्रकरण दर्ज है। फरार बदमाश के विरुद्ध विशिष्ट न्यायाधीश एससी एसटी एक्ट कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी किया हुआ है। यह बदमाश रोहित गोदारा गैंग की संपर्क में है जो विदेशी नंबरों से कॉल कर लोगों को धमकी देकर लगातार फिरौती की मांग करता रहा है।
एसपी यादव ने बताया कि फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले मुलजिमों की पहचान व धर पकड़ के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र दादरवाल व सीओ अनिल कुमार माहेश्वरी के सुपरविजन एवं एसएचओ अरविंद कुमार के नेतृत्व में गठित की गई टीम द्वारा आरोपी की तलाश के लिए जगह-जगह दबिश दी गई।
आसूचना संकलन, तकनीकी सहायता एवं मुखबिर मदद से गठित टीम द्वारा फर्जी पासपोर्ट बनाने के लिए फर्जी कागजात तैयार करने के मुख्य सरगना ओमप्रकाश पारीक व सहयोगी विजय अठवाल महमूद कुरैशी व सिकंदर को सीकर से गिरफ्तार किया गया है। इनसे पुलिस की टीम गहनता से पूछताछ कर रही है।
एसपी यादव ने बताया कि मुख्य सरगना ओमप्रकाश पारीक ने फतेहपुर कस्बे में पासपोर्ट बनाने की दुकान कर रखी है। जिसमें कार्य करने के लिए एक कंप्यूटर ऑपरेटर विजय अठवाल नियुक्त कर रखा है। कंप्यूटर व रंगीन प्रिंटर की सहायता से मूल दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ कर फर्जी दस्तावेज आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, मूल निवास आदि तैयार करते हैं। इसके बदले मोटी राशि वसूल की जाती है। आरोपी महबूब व सिकंदर पासपोर्ट इंक्वारी में फर्जी गवाह बनने का काम करते हैं।
इन्होंने ही मुलजिम महेंद्र सारण का रमेश जाट निवासी लक्ष्मणगढ़ के नाम से फर्जी पासपोर्ट बनाया, जिसके जरिए वह विदेश ओमान भाग गया।
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