राजधानी गुलाबी नगरी में धूमधाम से निकली शोभायात्रा गूंजा जय महावीर-जय महावीर’

राकेश जैन बने ऐलक उत्सव सागर रामलीला मैदान में हुई जिनेश्वरी दीक्षा आचार्य चैत्य सागर महाराज ने दी ऐलक दीक्षा राजस्थान जैन सभा जयपुर की महावीर जयन्ती स्मारिका के 59 वें अंक का विमोचन

Apr 22, 2024 - 03:49
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राजधानी गुलाबी नगरी में धूमधाम से निकली शोभायात्रा गूंजा  जय महावीर-जय महावीर’
राजधानी गुलाबी नगरी में धूमधाम से निकली शोभायात्रा गूंजा  जय महावीर-जय महावीर’
राजधानी गुलाबी नगरी में धूमधाम से निकली शोभायात्रा गूंजा  जय महावीर-जय महावीर’
राजधानी गुलाबी नगरी में धूमधाम से निकली शोभायात्रा गूंजा  जय महावीर-जय महावीर’

जयपुर  । पूरी दुनिया को जीओ और जीने दो का दिव्य संदेश देने वाले, विश्ववंदनीय भगवान महावीर स्वामी का 2623 वां जन्म कल्याणक महोत्सव रविवार को गुलाबी नगर में धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर कॉलोनियों व शहर के जैन मंदिरों में प्रातः श्रीजी के अभिषेक,पूजा-अर्चना के बाद कई कालोनियों में प्रभात फ़ेरियां निकाली गई, वहीं शाम को महाआरती,भजनों व पालना झूलाने के विशेष आयोजन किये गये । इस दौरान सुबह से ही शहर का चप्पा-चप्पा भगवान महावीर के जयकारों से गूंजता रहा। मुख्य आयोजन राजस्थान जैन सभा, जयपुर के तत्वावधान में आचार्य चैत्य सागर, आचार्य शशांक सागर महाराज, गणिनी आर्यिका विज्ञा श्री माताजी ससंघ  के ससंघ सानिध्य में न्यूगेट के रामलीला मैदान पर हुआ। इस मौके पर ध्वजारोहण,दीप प्रज्ज्वलन, स्मारिका विमोचन,धर्मसभा का भव्यता से आयोजन हुआ।

शोभायात्रा में गूंजते रहे त्रिशलानंदन के जयकारे:

 शोभायात्रा में निकली 18 झांकियां और वीरा प्रभु के ये बोल... आज महावीर जयंती है ... जैसेे भजनों की स्वर लहरियों पर झूूमता-नाचता भक्तों का समूह। कुछ ऐसा ही आंखों का सुकून पहुंचाने वाला दृश्य महावीर जयंती के अवसर पर  परकोटे में निकली शोभायात्रा के दौरान देखने को मिला। यह शोभायात्रा मनिहारों का रास्ता स्थित महावीर पार्क से शुरू हुई। बैंडबाजों व ज्ञानवर्धक व संदेशात्मक झांकियों से सुशोभित यह शोभायात्रा चौड़ा रास्ता,त्रिपोलिया बाजार, बड़ी चौपड़ ,जौहरी बाजार, बापू बाजार, न्यू गेट होती हुई रामलीला मैदान जाकर समाप्त हुई। शोभायात्रा के मार्ग में विधायक बालमुकुन्दाचार्य, ग्रेटर नगर निगम  उपमहापौर पुनीत कर्णावट, पार्षद पारस पाटनी एवं  व्यापारिक,सामाजिक संस्थाओं ने पुष्प वर्षा व आरती उतारकर स्वागत व सत्कार किया। शोभायात्रा में भगवान महावीर के जीवन चरित्र व सामयिक विषयों को लेकर निकली झांकियों जिनमें -भगवान महावीर का जन्म कल्याणक महोत्सव,समवशरण, विद्याधर से विद्यासागर, मूकमाटी, वर्तमान के वर्धमान, श्रावकाचार में शाकाहार, पशु से परमात्मा, महावीर स्वामी का उपसर्ग, विद्याधर से आचार्य समय सागर की यात्रा, आधुनिकता की दौड़ में, 
संस्कारों की पाठशाला, फिट इण्डिया मिशन -स्वास्थ्य, माता त्रिशला  के सोलह स्वप्न, जिनवाणी का वरण, 
रक्तदान का महत्व,  सहित जयपुर के दीवान, दिगम्बर जैन संतों की आहार चर्या सहित अन्य विषयों पर आधारित झांकियों 
को लोग एकटक निहारते रहे। इस दौरान जिन-जिन मार्गों से यह शोभायात्रा गुजरी,वे सभी मार्ग भक्ति और आस्था के रंग में सराबोर नजर आए। शोभायात्रा के आखिर में श्री जी स्वर्ण जड़ित रथ पर विराजमान होकर चल रहे थे। राजस्थान जैन सभा की कमेटी व मुल्तान जैन समाज रथ के आगे भक्ति करते हुए चल रही थी।  महावीर पार्क से शुरू हुई यह शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होती हुई रामलीला मैदान पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित हो गई।
श्री जी के रथ पर कैलाश - माणक - रमेश ठोलिया सारथी बने। घोड़े पर जैन ध्वज लेकर राजेश चौधरी बैठे। 
रामलीला मैदान में हुई धर्मसभा


भगवान महावीर के सिद्धांत सार्वभौमिक है -आचार्य चैत्य सागर महाराज 


रामलीला मैदान पर आचार्य चैत्य सागर, आचार्य शशांक सागर महाराज एवं गणिनी आर्यिका विज्ञा श्री माताजी ससंघ के सानिध्य में धर्म सभा का आयोजन किया गया।
इस मौके पर  महावीर जयन्ती के प्रसंग पर बोलते हुए कहा कि महावीर जयन्ती का यह पावन दिवस हम सभी को भगवान महावीर जैसा बनने की प्रेरणा देता हैं। यह दिवस मनाना तभी सार्थक होगा जब उनके बताए सिद्धान्तों को अपने जीवन में अपनाएं। भगवान महावीर केवल जैनियों के नहीं वे तो जन-जन के महावीर हैं। उनके सिद्धांत सार्वभौमिक है,वे किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं है अपितु विश्व के प्राणी मात्र के लिए है। बिना त्याग के आत्मा का कल्याण संभव नहीं है। अतः हमें प्राणी मात्र के कल्याण की भावना रखनी चाहिए।अहिंसा के माध्यम से ही विश्व में हम शांति की स्थापना कर सकते हैं। आचार्य शशांक सागर ने कहा कि जिसके जीवन में दया, धर्म, त्याग नहीं है,वह मानव के साथ श्रावक कहलाने के लायक नहीं है। अपने जीवन में भगवान महावीर के सिद्धांतों को अपनाने से ही इस विश्व का कल्याण होगा। गणिनी आर्यिका विज्ञा श्री माताजी ने कहा कि जयपुर के जैनियों को जैन धरोहर की सुरक्षा का संकल्प लेना चाहिए। आज मानव की मानवता समाप्ति की ओर है।  इससे पूर्व  धर्मसभा के प्रारंभ में ध्वजारोहण प्रख्यात समाजसेवी नन्द किशोर, प्रमोद  सुनील पहाडियाँ ने किया।  दीप प्रज्जवलन प्रख्यात समाजसेवी हरिश चन्द - रेणू धाडूका ने किया। समारोह की अध्यक्षता प्रख्यात रत्न व्यवसायी विवेक काला ने की।


इस मौके पर मुख्य अतिथि प्रख्यात समाज सेवी विमल चन्द - मणी झांझरी , झांकी उदघाटन कर्ता राज कुमार - रानी टोंग्या,
सम्माननीय अतिथि किशोर - सपना सरावगी, सुनील - ऊषा पहाड़िया, विशिष्ठ अतिथि समाजश्रेष्ठी विनोद -शशि तिजारिया, कैलाश चन्द माणक रमेश ठोलिया, गौरवमयी अतिथि अशोक - विमला पापडीवाल, अनिल - शशि दीवान, युवा अतिथि डाॅ लवलेश - डाॅ नीतू जैन थे। इस मौके पर जनप्रतिनिधियों ने आचार्य श्री से आशीर्वाद प्राप्त किया। मंगलाचरण संत सुधासागर महिला छात्रावास की बालिकाओं ने तथा बैण्ड वादन महावीर पब्लिक स्कूल की छात्राओं ने किया। इस मौके पर राजस्थान जैन सभा के अध्यक्ष सुभाष चन्द जैन,महामंत्री मनीष बैद, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दर्शन जैन,उपाध्यक्ष मुकेश सोगाणी, मंत्री विनोद जैनकोटखावदा,
कोषाध्यक्ष राकेश छाबड़ा,प्रमुख समन्वयक अशोक जैन नेता, पूर्व अध्यक्ष कमल बाबू जैन सहित कार्यकारिणी सदस्यों ने अतिथियों का तिलक,माला पहनाकर तथा चांदी के सोलह स्वप्न प्रतीक चिह्न भेंट कर स्वागत व सम्मान किया। अध्यक्ष सुभाष चन्द जैन ने स्वागत भाषण व संस्था की गतिविधियों की जानकारी दी तथा समाज बन्धुओं के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा ,अल्पसंख्यक योजनाओं के लाभ, छात्रवृत्ति योजना, वैवाहिक सेवा केन्द्र की स्थापना, बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने की योजना, 2500 वर्ग गज भूमि आवंटन करवाने के प्रयासों सहित समाज हित की गतिविधियों की जानकारी दी । 


जुलूस के मुख्य संयोजक अनिल छाबड़ा ने झांकियों तथा शोभा यात्रा के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया । इस मौके पर महावीर जयंती स्मारिका के 59 वें अंक का विमोचन  सभी अतिथियों  ने किया।प्रबंध सम्पादक यशकमल अजमेरा व सम्पादक मण्डल ने सहभागिता निभाई।  स्मारिका के प्रबंध सम्पादक यशकमल अजमेरा ने अपने उदबोधन में सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। मंच संचालन महामंत्री मनीष बैद ने किया।  मंत्री विनोद जैन 'कोटखावदा' ने आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया । अंत में श्री जी के अभिषेक व शांति धारा की गई । इस दौरान कार्यक्रम स्थल पर राजस्थान जैन युवा महासभा, विभिन्न जैन सोश्यल ग्रुपों व अन्य संस्थाओं की और से शीतल पेयजल , फलों की स्टॉले लगाई गई।  सभा में यह गणमान्य लोग रहे मौजूद: अतिशय क्षेत्र चूलगिरी के संरक्षक प्रवीण चन्द्र छाबड़ा, राजस्थान जैन सभा के पूर्व अध्यक्ष रमेश गंगवाल ,श्री महावीर दिगम्बर जैन परिषद के उपाध्यक्ष मुकुल कटारिया,मानद सचिव सुनील बख्शी,दीन दयाल पाटनी, रुपिन काला, चिन्तामणि बज, अनिल जैन,डॉ शीला जैन,प्रदीप बडजात्या, भारत भूषण अजमेरा, पदम बिलाला सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

राकेश जैन बने ऐलक उत्सव सागर 
महावीर जयंती के मौके पर रामलीला मैदान में हुई जिनेश्वरी दीक्षा -
आचार्य चैत्य सागर महाराज ने दी ऐलक दीक्षा


 आचार्य चैत्य सागर, आचार्य शशांक सागर महाराज, गणिनी आर्यिका विज्ञा श्री माताजी ससंघ के सानिध्य में दीक्षार्थी राकेश जैन ने गृहस्थ जीवन त्याग कर जिनेश्वरी दीक्षा ग्रहण की ।  आचार्य चैत्य सागर महाराज ने दीक्षा के बाद उनका नामकरण राकेश से बदलकर ऐलक उत्सव सागर महाराज करने की घोषणा की । 
मंत्री विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि सर्वप्रथम दीक्षार्थी राकेश जैन ने सबसे क्षमा मांगते हुए दीक्षा देने का आचार्य चैत्य सागर महाराज से निवेदन किया। तत्पश्चात परिवारजनों, उपस्थित समाज बन्धुओं की सहमति एवं अनुमोदना प्राप्त कर महिलाओं द्वारा चौक पूरने के बाद आचार्य श्री ने मंत्रोच्चार के बीच दीक्षार्थी का पंचमुष्ठि केशलौच कर ऐलक दीक्षा के संस्कार दिये। ऐलक उत्सव सागर महाराज को  पिच्छीका भेट करने का पुण्यार्जन अशोक काला, कमण्डलु भेंट करने का पुण्यार्जन सुनील - ऊषा पहाड़िया एवं शास्र भेट करने का पुण्यार्जन चिन्तामणि बज एवं अल्का गोधा ने किया। 
सभा के अध्यक्ष सुभाष चन्द जैन एवं महामंत्री मनीष बैद के मुताबिक दीक्षार्थी राकेश जैन का जन्म 27 जनवरी 1960 को कासगंज (एटा ) में हुआ था। उनकी शिक्षा बी ए तक हुई है।
मंत्री विनोद जैन कोटखावदा के मुताबिक गंज दुण्डवारा निवासी राकेश जैन के परिवार में माता-पिता, पत्नी सुमन लता, तीन पुत्र, एक पुत्री है। इइनके आयरन स्टोर का व्यवसाय है। उन्होंने 2019 में आचार्य चैत्य सागर महाराज से ब्रह्मचर्य व्रत धारण किया था। तभी से श्री जैन आचार्य श्री के संघ में ही रहकर अपने जीवन का कल्याण कर रहे हैं।

राजस्थान जैन सभा जयपुर की महावीर जयन्ती स्मारिका के 59 वें अंक का विमोचन
 राजस्थान जैन सभा जयपुर द्वारा प्रकाशित महावीर जयन्ती स्मारिका के 59 वें बहुरंगीय अंक का विमोचन परम पूज्य आचार्य चैत्य सागर, आचार्य शशांक सागर महाराज, गणिनी आर्यिका विज्ञा श्री माताजी ससंघ  के पावन सानिध्य में  महावीर जयंती समारोह में किया गया। प्रबंध सम्पादक यश कमल अजमेरा ने बताया कि भगवान महावीर के जीवन चरित्र, सिद्धांतों एवं जैन धर्म के ज्ञान वर्धक तथा संदेशात्मक लेखों से सुसज्जित इस स्मारिका का विमोचन अतिथियों ने किया। स्मारिका के प्रधान सम्पादक का दायित्व  डॉक्टर प्रेम चंद राँवका ने निभाया । अध्यक्ष सुभाष चन्द जैन  ने बताया कि प्रबंध सम्पादक यश कमल अजमेरा के साथ साथ समस्त सहयोगियों की टीम ने इसे मात्र 15 दिनो के इतने अल्प से समय में पूर्ण करने में अपना अतुलनीय सहयोग व योगदान दिया । महामंत्री मनीष बैद के मुताबिक इस मौके पर सभा के अध्यक्ष सुभाष चन्द जैन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दर्शन जैन, उपाध्यक्ष मुकेश सोगानी ,महामंत्री मनीष बैद, मंत्री विनोद जैन 'कोटखावदा' ,कोषाध्यक्ष राकेश छाबड़ा, प्रबंध सम्पादक यश कमल अजमेरा, महावीर जयंती समारोह के प्रमुख समन्वयक अशोक जैन नेता एवं कार्यकारिणी सदस्यों सहित बड़ी संख्या में समाजश्रेष्ठी उपस्थित थे। मंत्री विनोद जैन 'कोटखावदा' ने बताया कि स्मारिका में सभा द्वारा की जा रही समाजोपयोगी गतिविधियों की जानकारी तथा किये गये विभिन्न आयोजनों की झलकियां शामिल की गई है। 
स्मारिका में आचार्य, मुनिराजो, आर्यिका माताजी तथा माननीय राज्यपाल, मुख्यमंत्री, सासंद सहित कई राजनेताओं, गणमान्य समाजश्रेष्ठीयो एवं प्रशासनिक अधिकारियों के शुभकामना संदेश भी प्रकाशित किये गये हैं।
स्मारिका के अंक को देश में जैन धर्म के सभी साधु संतो, तीर्थ क्षेत्रों, विद्वानों, समाजश्रेष्ठीयो सहित श्रावकों को भिजवाई जावेगी।

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SJK News Chief Editor (SJK News)